लखनऊ। STF की जांच में यूपी के 75 में से 53 जिलों में दूसरे की डिग्री पर नौकरी करने वाले 420 मामले सामने आए। कागजों में हेर-फेर कर नौकरी हासिल की और कई साल तक वेतन लेते रहे। सिर्फ तस्वीर और पता खुद का, बाकी सब हेराफेरी की। 2002 से 2014 तक इस तरह चयनित हुए 1142 मामलों की जांच STF कर रही है। 420 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। 722 मामलों की अभी जांच चल रही है।
प्रदेश में फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने के कई केस सामने आने के बाद सरकार ने 2020 में जांच STF को सौंपी। STF ने करीब 1142 शिकायतों की जांच शुरू की। संबंधित बेसिक शिक्षा अधिकारियों से आरोपी शिक्षक की मार्कशीट और अन्य दस्तावेज मंगाकर जांच की। यूपी के 75 जिलों में से 53 (70 फीसदी) में 420 फर्जी शिक्षक मिले।
देवरिया में सबसे ज्यादा 54, मथुरा में 43, सिद्धार्थनगर में 33, बस्ती में 30, गोरखपुर में 23, श्रावस्ती में 21, सीतापुर में 21, महराजगंज में 20, बलिया में 17, आजमगढ़ में 15, प्रतापगढ़ में 15, बलरामपुर में 12, संतकबीर नगर में 9 और हरदोई में 6 फर्जी शिक्षक मिले। STF सूत्रों के अनुसार, बाकी 722 मामलों में अभी जांच चल रही है।