
सिकंदरपुर, बलिया। सिकंदरपुर नगर इन दिनों अतिक्रमण की भेंट चढ़ा हुआ है। बस स्टेशन चौराहे से लेकर जाल्पा चौक तक सड़क के किनारे लगने वाले ठेले और खोमचे की दूकान दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। वहीं दुकानों के सामने खड़ी हो रही गाड़ियां भी अतिक्रमण को बढ़ावा दे रही है। नगर पंचायत के द्वारा इसका कोई निदान नहीं निकाला जा रहा है, जिससे आए दिन दुर्घटना होता जा रही है। सबसे बड़े कारण ई रिक्शा वाले हैं। सिकंदरपुर नगर में देखा जाए तो लगभग पांच सौ से ई रिक्शा चल रहे हैं। अधिकतर ई रिक्शा नाबालिगो के हाथ में है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस सहित नगर प्रशासन भी चुप्पी साधे हुए हैं।
ई-रिक्शा चालकों के कारण जाल्पा चौक पर आए दिन जाम लग जाता है, जिससे कि आवागमन में काफी कठिनाइयों होती हैं। वहीं बाजार आने वाले महिला तथा पुरुषों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी इन ई रिक्शा चालकों की इतनी मनमानी होती है कि वह मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं, जिनको बोलने वाला कोई नहीं होता है। वहीं पहले जाल्पा चौक पर पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती थी जिससे कि कोई समस्या उत्पन्न न हो। लेकिन अब कोई ड्यूटी नहीं लगाई जाती है, जिससे बेधड़क ई रिक्शा चालक कहीं भी अपना ई रिक्शा खड़ा कर देते हैं, जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दुकानदारों सहित आम जनमानस ने इस ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते हुए इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।