
बलिया। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर हिन्दी पत्रकारिता के 200 वर्ष पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।यह संगोष्ठी हिंदी विभाग,पत्रकारिता विभाग एवं भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि प्रो. ओमप्रकाश सिंह पूर्व निदेशक,मदनमोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान,महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कहा कि हिंदी पत्रकारिता राष्ट्रीय आंदोलन एवं उसके बाद भी राष्ट्रीयता के लिए सदैव समर्पित रही है।

हिंदी पत्रकारिता संघर्ष और विकास के लिए सदैव आगे बढ़ी है।श्री धर्मेंद्र सिंह ने प्रधान संपादक लोक सम्मान पत्रिका ने ,कहा कि हिंदी पत्रकारिता ने राष्ट्र को हमेशा साथ लेकर चली है।हिंदी पत्रकारिता का विकास राष्ट्रीयता का विकास है। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए कुलपति प्रो.संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में हिंदी पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

हमें अपने सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से भारत को विकसित भारत का निर्माण करना है।इस अवसर पर श्री शशिप्रेम देव सिंह,श्री बृजमोहन प्रसाद अनाड़ी एवं डॉ.आर.एन.उपाध्याय ने अपनी स्वरचित कविता पाठ किया।कार्यक्रम में पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ठ योगदान के लिए पत्रकारों को सम्मानित किया गया।विषय प्रवर्तन डॉ.संदीप यादव ने किया।कार्यक्रम का संचालन डॉ.अनुराधा राय,स्वागत वक्तव्य डॉ विनय कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.अजय चौबे ने दिया।इस अवसर पर कुलसचिव एस .एल.पाल,श्री मधुसूदन सिंह,डॉ.पुष्पा मिश्रा,डॉ संजीव कुमार,डॉ.रूबी, पी आर ओ डा प्रमोद शं कर पांडेय, डॉ शैलेन्द्र सिंह एवं संतोष शर्मा, नरेंद्र मिश्रा, असगर अली, जमाल, ओमप्रकाश पांडेय, रोहित सिंह,पत्रकार , डॉ पंकज कुमार गौतम, शशि प्रकाश विद्यार्थी एवं विश्वविद्यालय के कर्मचारी, विद्यार्थी उपस्थित रहे।
