
लखनऊ: तय समय से एक माह अधिक बीतने के बाद भी भाजपा अपने जिलाध्यक्ष तय नहीं कर पा रही है। इनका चयन 30 दिसंबर तक होना था। आपसी खींचतान के कारण कई जिलों में आम सहमति न बन पाने के कारण जिलाध्यक्षों की सूची लटकी हुई है। गुरुवार देर रात तक फिर से मंथन हुआ है। अब प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में भी इनके नामों पर मंथन होगा। इसके बाद चुनाव के केंद्रीय पर्यवेक्षक व राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े के पास यह सूची भेजी जाएगी। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद ही जिलाध्यक्षों की घोषणा होगी। भाजपा ने संगठन के आधार पर प्रदेश को 98 जिलों में बांटा हुआ है। इनमें से 91 जिलाध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया चल रही है। अयोध्या ई महानगर व जिला सहित सात जिलों में अभी चुनाव नहीं हुए हैं।