सिकन्दरपुर, बलिया। क्षेत्र में सरयु नदी में आये नेपाली पानी से तटवर्ती गांवों में तबाही बदस्तूर जारी है। तटवर्ती प्रायः सभी गांवों और उनके दियारों में किसानों द्वारा बोई गई गन्ना, मकई, धान एवं बाजरा की फसलें बाढ़ के पानी में डूबती जा रही हैं जिन के नष्ट होने का खतरा पैदा हो गया है। दियारों के किसान व पशुपालक अपना डेरा डंडा समेट कर निर्माणाधीन पक्का पुल के अप्रोच मार्ग तथा गांवों के अन्य सुरक्षित स्थानों पर मवेशियों के साथ शरण लिए हुए हैं। इस दौरान खरीद गांव निवासी माऊड चौधरी पुत्र स्व.नगीना चौधरी तथा मनन चौधरी पुत्र स्व.रामप्रसाद चौधरी सहित अनेक निवासियों के डेरे व मकान पानी में घिर जाने सहित निर्माणाधीन पक्का पुल का पायल पानी में में डूब गया है। जाहीदीपुर गांव में निर्माणाधीन पुलिस चौकी भवन और पानी टंकी परिसर में बाढ़ का पानी भर गया है।
जिन्दापुर व पुरूषोत्तम पट्टी गांवों के उत्तरी भाग में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे ग्राम वासी आवागमन की कठिनाई झेलने के साथ ही अन्य समस्या से दो चार हैं। इस दौरान जिन्दापुर गांव के पूरब तरफ नदी दक्षिण की तरफ पलट कर बहने लगी है जिससे वहां स्थिति भयावह होती जा रही है।प्रायः सभी गांवों के बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि हम पानी से घिर कर नाना प्रकार की कठिनाई झेल रहे हैं किन्तु शासन प्रशासन की तरफ से अब तक न तो हमारा आंसू पोछा गया। ग्राम प्रधान निपानिया ने तत्काल बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्रियां वितरित करने की मांग किया है।
पहुंचे सिकन्दरपुर एसडीएम रवि कुमार पासवान
जलस्तर लगातार वृद्धि से घाघरा नदी का पानी अब गांवों की तरफ रुख कर ली है। हालांकि रियायशी मकानों तक अभी पानी नहीं पहुंचा है, लेकिन गांव के बाहरी हिस्से में पूरी तरह से पानी भर गया है। वही, पुरुषोत्तम पट्टी के जूनियर हाईस्कूल सहित अस्पताल में भी पानी घुस गया है। नदी के जलस्तर में लगातर हो रही वृद्धि से क्षेत्रवासियों में भय का माहौल बना हुआ है। उप जिलाधिकारी रवि कुमार पासवान ने घाघरा नदी के किनारे बसे कठौड़ा, डूहा विहरा, पुरुषोत्तम पट्टी, खरीद, निपानिया सहित आधा दर्जन गांवों का जायजा लिया। वही, गांव के लोगों को सतर्क रहने की बात बताई। नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी के बाद सबसे ज्यादा दिक्कत पशुओं को हो रही है। स्थानीय लोगो ने बताया कि जिस रफ्तार से नदी का पानी बढ़ रहा है, उससे ऐसा लगता है कि जल्द ही गांव के घनी आबादी में भी पानी आने की संभावना बढ़ गयी है। निपानिया, परुषोत्तमपट्टी, जिन्दपुर गांव बाढ़ के पानी से घिरता जा रहा है। इन गांवों में नदी का पानी आबादी वाले हिस्से में जाने की संभावना है। अनेक ग्रामीणों के मकानों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोग कठिनाई झेलने को विवश हैं।