
सिकन्दरपुर, बलिया : श्री बजरंग स्नातकोत्तर महाविद्यालय दादर आश्रम सिकन्दरपुर बलिया में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की अगुआई में फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान के तहत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और समाज को फाइलेरिया जैसी घातक बीमारी के प्रति जागरूक करना और इसके रोकथाम के उपायों की जानकारी प्रदान करना था। कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य प्रो. उदय पासवान के मार्गदर्शन एवं संरक्षण में किया गया। कार्यक्रम की अगुवाई कार्यक्रम अधिकारी डॉ. एस. एन. मिश्र ने की। इस अवसर पर पीसीआई इंडिया की ओर से श्री रवि केश पांडेय विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने फाइलेरिया से बचाव के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम अधिकारी ने कहा कि फाइलेरिया (हाथी पांव रोग) एक गंभीर संक्रामक बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से फैलती है। यह बीमारी व्यक्ति के लसीका तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे अंगों में सूजन हो जाती है और कई मामलों में व्यक्ति विकलांगता का शिकार हो जाता है। श्री रवि केश पांडेय ने बताया कि यह रोग पूरी तरह से रोका जा सकता है, यदि लोग सरकार द्वारा चलाई जा रही फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सही समय पर सेवन करें। कार्यक्रम में छात्रों को फाइलेरिया से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं, जिनमें शामिल हैं- फाइलेरिया कैसे फैलता है-संक्रमित मच्छर के काटने से फाइलेरिया के परजीवी शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। इसके लक्षण हाथ-पैरों में सूजन, बुखार, कमजोरी, अंगों का मोटा हो जाना आदि।इसकी रोकथाम नियमित रूप से फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करना, साफ-सफाई रखना, मच्छरदानी का प्रयोग करना, खुले में पानी जमा न होने देना। इसके रोकथाम के लिये सरकार द्वारा मुफ्त में दी जा रही फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करना आवश्यक है, क्योंकि यह पूरी तरह से सुरक्षित और प्रभावी है। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने न केवल स्वयं इस बीमारी से बचाव के लिए दवा खाने का वचन दिया, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी इसके लिए जागरूक करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण और छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सभी ने फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया। कार्यक्रम का समापन डॉ. राजेश कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों से अपील की कि वे इस जागरूकता को अपने गांव-शहर तक फैलाएं, ताकि भारत को फाइलेरिया मुक्त बनाया जा सके। इस सफल आयोजन के लिए महाविद्यालय प्रशासन, पीसीआई इंडिया और सभी प्रतिभागियों की सराहना की गई।