सिकन्दरपुर, बलियाः सिकन्दरपुर में लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर लोगों ने खरीदारी शुरू कर दी है। इस बार फैजाबाद के ईख , सिलीगुड़ी के अन्नानास , जम्मू – काश्मीर के सेव, महाराष्ट्र के संतरा, असम के केला, नासिक की अंगुर, आंध्र प्रदेश के नारियल से अर्घ्य के लिए सूप सजने वाले हैं। छठ को लेकर फलों की आवक काफी बढ़ गई है। फल कारोबारी विशाल वर्मा और चन्दन चौरसिया ने बताया की पिछले साल की तुलना में अधिकांश फलों के कीमतों में वृद्धि हुई है।
नगर की सड़कों और बाजारों की रौनक बढ़ गयी है। व्रती बाजारों में फलों एवं छठ पर्व में प्रयुक्त होनेवाले सामान की खरीदारी करते दिख रहे है। व्रत में शुद्धता का विशेष महत्व है, जो भी चीज खरीदी जाती है, व्रती उसे नंगे पांव खरीदते है। चारों तरफ फल, दउरा व कलसूप की दुकानें सज गयी है। सुबह से ही बाजार में लोगों की भीड़ देखने को मिला। पीतल के बने बर्तन की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ दिख रही है। टोकरी, सूप, नारियल, ईख समेत फलों की खरीदारी भी लोग कर रहें है। दुकानों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
इस दौरान बाजार से लेकर फुटपाथ पर हर जगह दुकान सजी हुई हैं। ग्राहकों की भीड़ बाजार में इतनी थी कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। हर कोई सूप, दउरा, अदरक, मूली, ईख, नारियल, नारंगी, केला सहित अन्य सामान की खरीदारी करते नजर आ रहे थे। हर जगह लोग छठ पूजा के लिये ही सामग्री की खरीदारी कर रहे थे। वहीं साड़ी सहित अन्य कपड़ों की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ दिन भर दिखा। कोसी भरने के लिए गमछे का भी मांग बढ़ गयी थी।
छठ पूजा को लेकर काफी संख्या मे मिट्टी के बर्तन कलश, घैला, दीया, ढकना, कोसी एवं दौरा, डागरा, छैटा, सूप, सुपली, चंगेली आदि अत्यधिक मात्रा में बिक रहा है। एक तरफ महंगाई है तो दूसरी तरफ श्रद्धा और आस्था। लोगों के उमंग को देखकर ऐसा लग रहा है कि इस बार भी महंगाई पर आस्था भारी है। बुधवार को कुछ ऐसा ही नजारा शहर के बाजारों में देखने को मिला। बाजार में दउरा, सूप, फल सहित पूजा में प्रयोग किए जाने सामान की खूब खरीद-बिक्री हुई। बाजारों में कहीं गन्ना तो कहीं कोसी भरे जाने वाले मिट्टी के पात्र बिक रहे थे। अभी व्रती सूखने वाले फलों सहित अन्य सामग्रियों की खरीदारी न कर अनुष्ठान के समय में लगने वाले वस्तुओं की खरीदारी ज्यादा करते देखे गये।
फलों व अन्य सामग्री के दाम पर एक नजर
.केला (पक्का) प्रति दर्जन 50-60
.केला (कच्चा) प्रति दर्जन 40-60
.सेव— 120-160 (प्रति किलो)
.सुथनी —80 रु प्रति किलो
.अरुई —50-60 प्रति किलो
.अदरख — 300-350 प्रति किलो
.अनार —200 -250 प्रति किलो
.अनानास—80-100 प्रति पीस
.संतरा — 100 -120 प्रति किलो
.पानी फल— 50 -60 प्रति किलो
.गागल—50 रुपया जोड़ा
.नीबू —5 रुपया प्रति पीस
.शरीफा—40-50 रुपया जोड़ा
.नारियल—50 रुपया पीस
.कोसी-बरहिया —100 रुपया
.कोसी- चौबीसा—180 रुपया
.कोसी-हाथी वाला — 200 रुपया
.मिट्टी का चुल्हा —100 रुपया