लखनऊ। अपर्णा यादव ने 8 दिन बाद महिला आयोग का उपाध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। अपर्णा के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की पत्नी मौजूद रहीं। उन्होंने कहा कि मैं नाराज नहीं हूं, मैंने सिर्फ अपनी बात रखी। पीएम मोदी और सीएम योगी ने यह जिम्मेदारी दी है। अपर्णा ने कहा- मैं समझती हूं कि संगठन और सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। इससे पहले पहले हमने एंटी रेप लॉ पर काम किया। महिलाओं के न्याय के लिए लड़ाई लड़ी।
सुल्तानपुर में मंगेश यादव एनकाउंटर पर अपर्णा ने कहा- कोई भी अपराधी हो, उसकी कोई भी जाति नहीं होती है। अगर वह दोषी है, तभी एनकाउंटर हुआ है, लेकिन सुल्तानपुर एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए। पुलिस की भूमिका का पता लगाना चाहिए।
अपर्णा को भाजपा ने 3 सितंबर को उपाध्यक्ष बनाया था, लेकिन वह नाराज हो गई थीं। उनका कहना था कि पारिवारिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक कद को देखते हुए उपाध्यक्ष का पद उनके लिए बहुत छोटा है। नाराजगी की बात सामने आने पर गृह मंत्री अमित शाह ने अपर्णा से फोन पर बात की। सूत्रों की मानें तो शाह-योगी के समझाने पर अपर्णा पदभार संभालने को तैयार हुईं। शाह ने अपर्णा को आश्वासन दिया कि उन्हें भविष्य में अहम जिम्मेदारियां मिलेंगी। सीएम ने भी उन्हें कार्यभार ग्रहण करने की सलाह दी थी।