
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शारदीय नवरात्रि,महानवमी व दुर्गा मूर्ति विसर्जन/दशहरा त्यौहार को सकुशल संपन्न कराने तथा शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में हुई बैठक
डीएम बोले, पंडाल में फायर के मानकों तथा विद्युत सुरक्षा के मानकों का किया जाय अनुपालन
त्यौहार को सकुशल व शांतिपूर्ण व्यवस्था से संपन्न कराई जाय
बलियाः जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में शारदीय नवरात्रि, महानवमी तथा दुर्गा मूर्ति विसर्जन/दशहरा त्यौहार को सकुशल संपन्न कराने तथा शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में बैठक सम्पन्न हुई.
बैठक में जिलाधिकारी ने दुर्गा पूजा समिति के आयोजकों से उनकी समस्याओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मौके पर जाकर समस्या का निस्तारण करते हुए आगामी 03 दिन के अंदर आख्या उपलब्ध कराए.उन्होंने मुख्य अग्निशमन अधिकारी एवं सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि पंडाल का निरीक्षण कर निकास की व्यवस्था सहित सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करा लिया जाय.
जिलाधिकारी ने दुर्गा पूजा समिति के आयोजकों/ सम्भ्रांत नागरिकों से कहा कि सड़क पर पंडाल न लगाया जाय, जिससे आवागमन बाधित न होने पाए.मूर्तियों की ऊंचाई सीमित रखी जाय. फायर के मानकों तथा विद्युत सुरक्षा के मानकों का अनुपालन किया जाय.
पंडाल की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय. पंडाल में निकासी को प्रवेश द्वार की अपेक्षा अधिक चौड़ा बनाया जाय. वॉलिंटियर्स बना लिए जाय. उन्होंने कहा कि इस पर विशेष ध्यान दिया जाय कि महिलाओं/बालिकाओं के साथ छेड़खानी की घटना न होने पाए. पंडाल में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रखी जाय. मूर्ति के विसर्जन के दौरान पर्याप्त सावधानी बरती जाय, किसी प्रकार की अप्रिय घटना न होने पाए. उन्होंने कहा कि शासन द्वारा निर्देश प्राप्त हुए हैं कि किसी प्रकार से जनहानि होती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी.
पुलिस की पर्याप्त ड्यूटी लगाई जाएगी.उन्होंने सभी दुर्गा पूजा समिति के आयोजकों से अपील करते हुए कहा कि त्यौहार को आपसी सौहार्द के साथ मनाया जाय तथा त्यौहार सकुशल व शांतिपूर्ण संपन्न कराई जाय.
पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने कहा कि परम्परा के हिसाब से ही पंडाल लगाया जाय एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित किया जाय, नई परम्परा की शुरुआत न किया जाय.
पंडाल में अंदर जाने तथा बाहर आने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित रखी जाय. सीसीटीवी कैमरा लगाया जाय. खोया-पाया सेंटर भी बनाया जाय. उन्होंने कहा कि धार्मिक संगीत ही बजाया जाय. निर्धारित आवाज में ही डीजे बजाया जाय. परम्परागत रूट से ही मूर्तियों का विसर्जन किया जाय. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज, अपर जिलाधिकारी डी0 पी0 सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अनिल झा व कृपा शंकर, मुख्य चिकित्साधिकारी वी0 पी0 द्विवेदी, नगर मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, सभी उप जिलाधिकारीगण एवं क्षेत्राधिकारीगण, नजरूलबारी सहित अन्य अधिकारी तथा आयोजक उपस्थित रहें.