
बलिया, उत्तर प्रदेश। जनपद बलिया में संभावित बाढ़ संकट से निपटने की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी श्री मंगला प्रसाद सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया। बैठक में बाढ़, सिंचाई, स्वास्थ्य, पशुपालन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और अब तक की गई तैयारियों की जानकारी साझा की।
प्रस्तुत की गई बाढ़ प्रबंधन रिपोर्ट
बैठक के दौरान अधिशासी अभियंता (बाढ़) द्वारा प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया गया कि विगत 6 वर्षों में जनपद में 68 बाढ़ अवरोध परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 14 परियोजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। अवर अभियंताओं की तैनाती और अन्य आवश्यक तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं।
जिलाधिकारी के निर्देश और आगामी कार्य योजना
जिलाधिकारी ने बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर विभागीय अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिए, जिनमें प्रमुख हैं:
- कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम की स्थापना तथा कार्मिकों की ड्यूटी सुनिश्चित करना।
- प्रभावित ग्रामों में 15 दिन के भीतर बैठक आयोजित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करना।
- प्रत्येक राजस्व ग्राम में कम से कम दो बड़ी नावों की व्यवस्था अभी से सुनिश्चित करना।
- PA सिस्टम की स्थापना और संबंधित कार्मिकों की कार्यशाला (training) आयोजित करना।
- मुख्य चिकित्साधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए प्रयाप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश।
- मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पशुओं के लिए चारा, भूसा और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
सड़क और अन्य ढांचागत सुधारों पर ज़ोर
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता (लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, सिंचाई विभाग) को निर्देशित किया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों की सड़कों को चिन्हित कर मरम्मत एवं सुधार कार्य तुरंत शुरू कराया जाए, ताकि आपात स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों में कोई बाधा न हो।
बैठक में रहे प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्री ओजस्वी राज, अपर जिलाधिकारी श्री अनिल कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी श्री अपूर्व दीक्षित सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।