सन्तोष शर्मा सिकन्दरपुर, बलियाः बलिया जिले के सिकन्दरपुर को 100 बेड के अत्याधुनिक सुविधाओं वाले मॉडल अस्पताल की सुविधा मिलने जा रही है। इसमें ट्रामा सेंटर सहित योग के लिए पंचकर्मा व नेचुरल थेरेपी वार्ड की सुविधा भी होगी, जबकि इस मॉडल अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधा भी उपलब्ध होगी। हम बात कर रहे हैं आरबीएल हास्पिटल एण्ड ट्रामा सेंटर की, जो जलालीपुर में स्थित है।
ग्राउंड फ्लोर पर होगा इमरजेंसी व ओपीडी का संचालन
स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण इमरजेंसी वार्ड और जीओपीडी का संचालन इस नये मॉडल अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर होगा, जहां इसके अतिरिक्त चाइल्ड और हड्डी वार्ड सहित सर्जन गाइनी वार्ड का भी संचालन होगा। वहीं ग्राउंड फ्लोर पर ही अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और पैथोलॉजी जांच की सुविधा होगी, जबकि इको, दवा काउंटर भी ग्राउंड फ्लोर पर होगा, जिसके लिए अत्याधुनिक मशीनों सहित अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद है।
ग्राउंड फ्लोर पर चलेगा ट्रामा सेंटर
इस मॉडल अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर लोगों को हर सुविधा मिलेगी। आइसीयू, ब्लड बैंक, पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड, जनरल सर्जरी, आयुष स्टोर तथा मेडिसिन काउंटर होगा, जहां 07 बेड का आइसीयू वार्ड काफी अत्याधुनिक होगा। इसमें मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा के साथ सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेगी, जबकि इसी तल पर पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड का संचालन होगा। जिसमें ऑपरेशन के बाद मरीजों को रखा जायेगा। साथ ही इसी तल पर सामान्य ऑपरेशन वाले ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था होगी।
प्रथम तल पर होगा कार्यालय
100 बेड वाले इस मॉडल अस्पताल के प्रथम तल पर कार्यालयों का संचालन होगा। जिसमें अस्पताल प्रबंधक आदि का कार्यालय होगा। वहीं इसी तल पर एसी युक्त प्राइवेट वार्ड की व्यवस्था होगी। जबकि इसी फ्लोर पर कैंटीन की सुविधा भी होगी।
योग के लिए पंचकर्मा वार्ड सहित नेचुरल थेरेपी की भी होगी व्यवस्था
100 बेड के मॉडल अस्पताल में मरीजों को योग के पंचकर्मा वार्ड और नेचुरल थेरेपी वार्ड की भी सुविधा मिलेगी, जहां योग प्रशिक्षकों द्वारा मरीजों को योग से संबंधित जानकारी दी जायेगी, जबकि नेचुरल थेरेपी वार्ड में मरीजों को हर्बल इलाज की सुविधा मिलेगी।
कहते हैं अस्पताल के प्रबंधक
प्रबंधक डी.एस.राय ने बताया कि इस 100 बेड के मॉडल अस्पताल में मरीजों को हर प्रकार की विशेष सुविधाएं मिलेंगी। विशेषज्ञ 24 घंटे मौजूद रहेंगे। यह अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। अब यहां के मरीजों को इधर उधर नहीं जाना पड़ेगा।